उन्नाव हादसे में अब तक सात लोगों की हुई मौत, बहराइच का परिवार हुआ सूना
मृत दंपति समेत चार का अंतिम संस्कार बाराबंकी में होगा, जबकि सगी बहनों समेत मां का अंतिम संस्कार भया पुरवा जरवल रोड में होगा
तहसीलदार दल बल के साथ भया पुरवा गांव में मौजूद
बहराइच। उन्नाव में हुए सड़क हादसे में मृतकों की संख्या 7 पहुंच गई है। मां-बेटी का शव शनिवार सुबह जरवलरोड के भयापुरवा मुस्तफाबाद गांव पहुंच गया। चारों तरफ चीख-पुकार मची हुई है। मौके पर तहसीलदार राजस्व टीम व पुलिस फोर्स के साथ मौजूद है। सड़क हादसे में दम तोड़ने वाले दंपति और उनके बेटे-बेटी का अंतिम संस्कार बाराबंकी में होगा जबकि सगी बहनों समेत मां का अंतिम संस्कार जरवल रोड के भयापुरवा गांव में किया जाएगा।
उन्नाव जिले की सीमा में शुक्रवार को हाईवे पर हुए सड़क हादसे में बाराबंकी के चित्रगुप्त नगर निवासी दिनेश राजपूत, उनकी पत्नी शिक्षिका अनीता सिंह, बेटी गौरी उर्फ संस्कृति (9), सास कांती देवी (52), साली प्रीती (15) की दर्दनाक मौत हो गई थी। जबकि अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान मृतक दिनेश के पुत्र यश (02) और प्रिया (20) की भी देर रात मौत हो गई। इसके साथ ही उन्नाव सड़क हादसे में मृतकों की संख्या 7 पहुंच गई है। हादसे के बाद से भया पुरवा गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। उप जिलाधिकारी कैसरगंज महेश कुमार कैथल पल पल पर नजर रख रहे हैं। तहसीलदार कैसरगंज अमर चंद वर्मा क्षेत्रीय लेखपाल भूपेंद्र, रामकिशुन, ग्राम प्रधान अबू सहमा सहित सैकड़ों लोग मुस्तफाबाद घर पर मौजूद है। ग्राम प्रधान अबू सहमा ने बताया कि कांति देवी और उनकी बेटी प्रीति का शव गांव पहुंच गया है। प्रिया का देर रात निधन हुआ है पोस्टमार्टम के बाद प्रिया का शव भी दोपहर तक गांव आ जाएगा। इसके बाद तीनों लाशों का अंतिम संस्कार किया जाएगा। ग्राम प्रधान ने बताया कि दिनेश राजपूत उनकी पत्नी अनीता, पुत्र यस और बेटी संस्कृति का अंतिम संस्कार बाराबंकी जिले में ही होगा।
बदहवास हालत में है पिता माता प्रसाद
हादसे के बाद से पिता माता प्रसाद बदहवास हालत में है। लोग उन्हें ढांढस बंधा रहे हैं लेकिन बेटी दामाद पत्नी और नाती समेत सात लोगों की मौत से वह पूरी तरह टूट चुके हैं। माता प्रसाद के घर में माता प्रसाद का पुत्र महेश और बहू बची है। महेश जय जवान जय किसान कॉलेज मे अध्यापक हैं इनकी शादी रामनगर क्षेत्र से हुई थी। घर में कोहराम मचा हुआ है।