जिले के 79 आंगनबाड़ी केंद्र आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र में हुए शामिल
आईओ
आगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिका की संख्या बढ़ाने का डीएम ने दिया निर्देश
बृज मोहन
बहराइच। जिला पोषण समिति व आदर्श आगनबाड़ी केन्द्रों की प्रगति की समीक्षा कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। अध्यक्षता जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने की।
डीएम ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक आॅगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिका को विकसित किया जाए। डीएम ने कहा कि पोषण वाटिका को धात्री व गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों के पोषण की आवश्यकता को देखते हुए उपयोगी बनाया जाए। वाटिका में ऐसे पौधे रोपित किए जाए जो महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हों। समीक्षा में पाया गया कि पोषण पुनर्वास केन्द्र पर माह जनवरी में प्रत्ययेक परियोजना से मात्र 01-01 बच्चे को भर्ती कराया गया है। इस स्थिति पर डीएम ने नाराज़गी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि इस स्थिति में सुधार लाया जाय। डीएम ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिया कि फीडिंग कार्य की अपने स्तर से समीक्षा करते रहें।
बैठक के दौरान डीपीओ राज कपूर ने बताया कि माह जून में 179 आंगनबाड़ी केन्द्रो में सैम श्रेणी के 468 तथा मैम श्रेणी के 810 बच्चों को गोद लिया गया है। वर्तमान समय में कोई कुपोषित बच्चा नहीं है। डीपीओ ने बताया कि 179 केन्द्रो के सापेक्ष 79 आंगनबाड़ी केन्द्रो के भवन ठीक स्थिति में होने पर आदर्श श्रेणी में शामिल किया गया है। शेष 100 केन्द्रों का कायाकल्प कराने हेतु डीएम की ओर से जिला पंचायत राज अधिकारी/खण्ड विकास अधिकारियों को को-माॅनिटरिंग हेतु पत्र प्रेषित किया जा चुका है। बैठक में बताया गया कि चालू माह में सीडीपीओ द्वारा 199 तथा मुख्य सेविका द्वारा 825 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया है। जबकि आॅगनबाड़ी केन्द्रों पर 2263 नान फण्डेड पोषण वाटिका तैयार की गयी है। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ. एस.के. सिंह, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डाॅ. ओ.पी. चैधरी, जिला विकास अधिकारी महेन्द्र कुमार पाण्डेय सहित राजस्व गाॅव गोद लेने वाले अधिकारी, प्रभारी चिकित्साधिकारी व समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी मौजूद रहे।