दरोगा की गायब पिस्टल मिली, अब बहाली की उम्मीद जगी
श्रावस्ती जनपद का निवासी है रिक्शा चालक
23 जनवरी को लखनऊ में गिरी थी पिस्टल, घर उठा ले गया था ई रिक्शा चालक
प्रियेश सिंह मौर्य
बाराबंकी। यूपी 112 में तैनात दरोगा इरशाद अहमद पुत्र खलील अहमद की गायब पिस्टल के मिल जाने से बाराबंकी पुलिस महकमे ने राहत की सांस ली है। इससे थाना मसौली की पीआरबी 1731 में तैनात दरोगा इरशाद अहमद के बहाल होने की उम्मीदें भी जग गई है। लेकिन दरोगा इरशाद को इस लापरवाही का क्या खामियाजा भुगतना होगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।
पुलिस लाइन सभागार में पत्रकारों से बात करते हुए एसपी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि बीती 23 जनवरी को लखनऊ से बाराबंकी आ रहे थाना मसौली की पीआरवी गाड़ी पर तैनात दरोगा इरशाद अहमद का पिस्टल रखा बैग रास्ते में जनपद लखनऊ के थाना चिनहट के कमता क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित फ्लाईओवर के बाई ओर गिर गया था। जिस बैग को वहां पर बैटरी रिक्शा चला रहा बाबादीन पुत्र केशव राम निवासी हालपता थाना चिनहट कमता व मूलपता जनपद श्रावस्ती थाना गिलौला गांव कल्याणपुर शाहपुर उठाकर अपने कमरे पर लेकर चला गया। इधर मामले को गंभीरता से लेते हुए 112 के प्रभारी संजीव कुमार यादव ने शहर कोतवाली में दरोगा के खिलाफ पिस्टल गबन का मुकदमा दर्ज करा दिया। जिसके बाद शहर कोतवाली में दरोगा के बयान दर्ज किए गए। जिसमें दरोगा ने बताया पिस्टल और मोबाइल रखा बैग रास्ते में कहीं गिर गया। जिसकी उन्होंने काफी दिनों तक तलाश की है लेकिन उसका कोई अता पता नहीं चला। दरोगा के बयान पर संदेह जताते हुए लापरवाही के आरोप में एसपी ने उसे सस्पेंड कर दिया। इधर, जिस बैटरी रिक्शा चालक बाबादीन ने पिस्टल रखा बैग लखनऊ के कमता चौराहे पर पाया था। उसका मोबाइल किन्ही कारणों से खराब हो गया। जिससे उसने दरोगा इरशाद के बैग में रखें मोबाइल से उसका सिम निकालकर अपना सिम उसमें डाल लिया। इधर जिले एक्टिव सर्विलांस टीम ने दरोगा के मोबाइल में सिम पड़ते ही उसकी लोकेशन ट्रेस कर दी। जिसके बाद शहर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक संजय मौर्य के नेतृत्व में टीम ने पहुंचकर बैटरी रिक्शा चालक बाबादीन को लखनऊ से धर दबोचा और पिस्टल सहित अन्य सामान बरामद कर लिया।