फेंक भारतीय और नेपाली करेंसी बरामद, पांच गिरफ्तार
फेंक भारतीय करेंसी बनाने का किया भंडाफोड़
52 हजार भारतीय नकली मुद्रा, पांच हजार नेपाली और नकली नोट बनाने की मशीन बरामद
एटीएस और बहराइच पुलिस ने की कार्यवाई
प्रियेश सिंह मौर्य
बहराइच। भारत नेपाल सीमा पर बहराइच एटीएस और रुपईडीहा पुलिस ने संयुक्त छापेमारी करते हुए नकली नोट बनाने का भंडाफोड़ किया है। सभी आरोपी लखीमपुर जनपद के निवासी हैं। सीमा पर जांच के दौरान आरोपियों के पास 52 हजार रूपये भारतीय नकली और पांच हजार रूपए नेपाली बरामद हुई है। सभी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। बरामद रूपये, चार पहिया वाहन और नकली मुद्रा को सीज कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा ने बताया कि लखीमपुर जनपद से नकली नोट की खेप जिले में आने की सूचना मिली थी। जिस पर एसपी ने रूपईडीहा प्रभारी निरीक्षक श्रीधर पाठक की अगुवाई में एसएसआई रुदल बहादुर सिंह, राहुल सिंह, रामवीर चौहान के साथ बहराइच एटीएस निरीक्षक कुलदीप सिंह, विश्वजीत राय, रंजीत कुमार, सतीश कुमार भारती, नीरज सिंह, श्रावस्ती एटीएस के निरीक्षक वासुदेव राणा, अरुण कुमार, कपिल शर्मा और नवनीत कुमार की टीम सुमेरपुर मोड़ पास जांच शुरू की। जांच के दौरान स्विफ्ट डिजायर वाहन संख्या डीडब्लू एसएल 1 सीडबलू 8293 को रोका गया। वाहन की जांच के दौरान 52 हजार रूपये नकली भारतीय नोट, पांच हजार नेपाली नोट, एक लैपटाप, प्रिंटर, कैंची और जली मुद्रा बनाने की पेपर, आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, पांच मोबाइल बरामद हुआ। इस पर पुलिस टीम सभी को थाने ले आई। आरोपियों की पहचान लखीमपुर जनपद के ईसानगर थाना क्षेत्र के त्रिकोलिया गांव निवासी मुस्ताक पुत्र सरवर, हसनपुर कटौली निवासी सलीम पुत्र वाकर, अलीम पुत्र अब्दुल अजीज निवासी वीरसिंहपुर, फैजुल हसन उर्फ सैदुल पुत्र आबिद अली त्रिकोलिया और रायपुर गांव निवासी कुलदीप अवस्थी पुत्र कमलाकांत निवासी रायपुर ईसानगर लखीमपुर के रूप में हुई। सभी के विरुद्ध भारतीय नकली मुद्रा बनाकर बाजार में चलाने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है। जबकि बरामद रूपये और उपकरण के साथ दिल्ली नंबर की गाड़ी को सीज कर दिया गया है।
नेपाल में नकली नोट खपाने की आशंका
पुलिस क्षेत्राधिकारी राहुल पांडेय ने बताया कि सभी जाली नोट लखीमपुर बना रहे थे। ऐसा लग रहा है कि सीमावर्ती क्षेत्र और नेपाल में इसका परिचालन कराया जा रहा था। फिलहाल सभी को रिमांड पर लेकर अन्य जानकारी ली जायेगी। इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।